भारतीय ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह को बहुत ही शुभ और ज्ञान, धर्म, विवाह, संतान एवं आर्थिक समृद्धि का कारक माना गया है। जब-जब गुरु अपनी राशि बदलता है, तब-तब इसका गहरा असर सभी 12 राशियों पर पड़ता है। साल 2025 में गुरु एक बार फिर राशि परिवर्तन करने वाले हैं, और यह गोचर अनेक लोगों के जीवन में नए अवसर, चुनौतियां और बदलाव लेकर आएगा।
गुरु गोचर 2025 की तिथि और समय
इस वर्ष गुरु ग्रह 14 मई 2025 को मीन राशि</strong से निकलकर <strongमेष राशि में प्रवेश करेगा। गुरु का यह गोचर 13 महीने तक प्रभावी रहेगा और इसका असर हर राशि पर अलग-अलग तरीके से दिखाई देगा।
गुरु ग्रह का महत्व
ज्योतिष में गुरु को ‘बृहस्पति’ भी कहा जाता है। यह ज्ञान, धर्म, अध्यात्म, विवाह, संतान, शिक्षा और भाग्य का प्रतिनिधित्व करता है। यह जीवन में समृद्धि और सकारात्मकता लाता है। गुरु का मजबूत होना व्यक्ति को शिक्षित, धार्मिक, नैतिक और सुखी बनाता है।
गुरु गोचर 2025 का राशियों पर प्रभाव
1. मेष राशि
गुरु का आपकी ही राशि में आगमन आपके लिए अत्यंत शुभ रहेगा। यह समय नए अवसरों, आत्मविश्वास में वृद्धि और स्वास्थ्य में सुधार का संकेत देता है। यह विवाह और प्रेम संबंधों के लिए भी अनुकूल समय है।
2. वृषभ राशि
गुरु आपके बारहवें भाव में रहेगा। खर्चों में वृद्धि होगी, परंतु आध्यात्मिक रुचि बढ़ेगी। विदेश यात्रा या अध्यात्मिक साधना के योग बन सकते हैं। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
3. मिथुन राशि
गुरु का गोचर लाभ भाव में हो रहा है। आर्थिक लाभ, नई योजनाओं की सफलता और समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। मित्रों और बड़े भाई-बहनों से सहयोग मिलेगा।
4. कर्क राशि
गुरु आपके दशम भाव में प्रवेश करेगा, जो कि कैरियर और प्रतिष्ठा का भाव है। यह समय प्रमोशन, नौकरी में बदलाव या नई जिम्मेदारियों का संकेत देता है। अधिकारी वर्ग से सहयोग मिलेगा।
5. सिंह राशि
भाग्य भाव में गुरु का गोचर आपके लिए अति शुभ रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा, शिक्षा और उच्च अध्ययन में सफलता मिलेगी। यात्रा और धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी।
6. कन्या राशि
अष्टम भाव में गुरु के गोचर से स्वास्थ्य और अनावश्यक तनाव उत्पन्न हो सकते हैं। परंतु यह समय गूढ़ ज्ञान, रिसर्च और ध्यान के लिए लाभदायक रहेगा। अपने जीवनसाथी की सेहत का ध्यान रखें।
7. तुला राशि
गुरु सप्तम भाव में रहेगा, जो विवाह और साझेदारी का भाव है। वैवाहिक जीवन में मधुरता आएगी, नए साझेदारी के अवसर बनेंगे। अविवाहित लोगों के लिए विवाह के योग बन सकते हैं।
8. वृश्चिक राशि
गुरु षष्ठ भाव में गोचर करेगा, जिससे स्वास्थ्य, नौकरी और प्रतिस्पर्धा</strong से जुड़ी चुनौतियां आ सकती हैं। ध्यानपूर्वक कार्य करें और शत्रुओं से सावधान रहें।
9. धनु राशि
गुरु पंचम भाव में रहेगा, जो कि संतान, शिक्षा और प्रेम का भाव है। यह समय विद्यार्थियों और प्रेमी युगलों के लिए लाभकारी रहेगा। संतान प्राप्ति के योग भी बन सकते हैं।
10. मकर राशि
गुरु चतुर्थ भाव में रहेगा। घर, वाहन, माता और संपत्ति</strong से जुड़े मामलों में लाभ मिलेगा। गृह शांति बढ़ेगी और परिवार में सुख-शांति का माहौल बनेगा।
11. कुंभ राशि
गुरु तृतीय भाव में रहेगा, जिससे पराक्रम, संचार, छोटे भाई-बहन से संबंध बेहतर होंगे। कार्यों में प्रगति होगी और आपके विचारों को मान्यता मिलेगी।
12. मीन राशि
गुरु आपके द्वितीय भाव में प्रवेश करेगा। आर्थिक स्थिति, वाणी और परिवार से जुड़े मामलों में सुधार होगा। निवेश और सेविंग्स में लाभ हो सकता है।
गुरु गोचर में क्या करें और क्या न करें
करें:
- गुरुवार को पीले वस्त्र धारण करें
- गुरु मंत्र “ॐ बृहस्पतये नमः” का जाप करें
- गुरु से संबंधित वस्तुओं का दान करें जैसे चना दाल, पीले फूल, केसर
- बड़ों और गुरुजनों का सम्मान करें
न करें:
- झूठ बोलने और धोखा देने से बचें
- धार्मिक स्थलों का अपमान न करें
- गुरुवार को बाल कटवाने या नाखून काटने से बचें
निष्कर्ष
गुरु गोचर 2025 ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। यह न केवल आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करेगा, बल्कि आपके कर्म और सोच पर भी असर डालेगा। यदि आप ज्योतिषीय उपायों को अपनाते हैं और सकारात्मक सोच रखते हैं, तो यह गोचर आपके लिए सौभाग्यशाली सिद्ध हो सकता है।
आप किस राशि के हैं और इस गोचर से क्या उम्मीद कर रहे हैं? नीचे कमेंट करके जरूर बताएं!