ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्लेन मैक्सवेल ने आखिरकार वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। 13 साल लंबे करियर के बाद, उन्होंने अपने ODI सफर को अलविदा कह दिया। मैक्सवेल का यह फैसला क्रिकेट प्रेमियों के लिए भावुक कर देने वाला रहा है।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे:
- ग्लेन मैक्सवेल के वनडे करियर की झलक
- उनकी प्रमुख उपलब्धियाँ
- संन्यास के पीछे के कारण
- आगे की योजनाएं
- क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाएं
ग्लेन मैक्सवेल का वनडे करियर
ग्लेन मैक्सवेल ने 2012 में अफगानिस्तान के खिलाफ वनडे डेब्यू किया था। उसके बाद से उन्होंने कुल 149 वनडे मैच खेले, जिनमें 3,990 रन बनाए और 77 विकेट भी चटकाए। उनकी खासियत थी तेज़ बल्लेबाज़ी, स्ट्राइक रेट 126.70, और हरफनमौला योगदान।
उनके वनडे आँकड़े:
- मैच: 149
- रन: 3,990
- शतक: 4
- अर्धशतक: 23
- स्ट्राइक रेट: 126.70
- विकेट: 77
ऐतिहासिक पारी जिसने क्रिकेट को बदल दिया
2023 विश्व कप में अफगानिस्तान के खिलाफ मैक्सवेल की 201* रन की नाबाद पारी को कोई नहीं भूल सकता। यह पारी क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी पारियों में गिनी जाती है। जब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 91/7 था, तब उन्होंने टीम को अकेले दम पर जीत दिलाई।
इस पारी में:
- मैदान: वानखेड़े, मुंबई
- रन: 201* (128 गेंद)
- चौके: 21 | छक्के: 10
- मैच का परिणाम: ऑस्ट्रेलिया ने 3 विकेट से जीत दर्ज की
दो बार विश्व कप विजेता
ग्लेन मैक्सवेल ने 2015 और 2023 में ऑस्ट्रेलिया को विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाई। उनकी आक्रामक बल्लेबाज़ी, शानदार फील्डिंग और पार्ट टाइम स्पिन ने टीम को कई मुश्किलों से बाहर निकाला।
संन्यास के पीछे की वजहें
मैक्सवेल ने अपने बयान में कहा कि यह फैसला लेना उनके लिए कठिन था, लेकिन यह समय सही था। इसके कुछ मुख्य कारण हैं:
- शारीरिक थकान: 2022 की चोट के बाद रिकवरी धीमी रही।
- टीम को नया मौका: युवा खिलाड़ियों को 2027 विश्व कप की तैयारी के लिए जगह देना।
- टी20 क्रिकेट पर फोकस: अब वो पूरी तरह से टी20 फॉर्मेट पर ध्यान देंगे।
आगे की योजनाएं
ग्लेन मैक्सवेल ने यह साफ किया है कि वह अभी टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते रहेंगे। वह 2026 टी20 वर्ल्ड कप में खेलने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
साथ ही, वो IPL, Big Bash League, SA20 जैसी लीग्स में भी खेलते रहेंगे।
क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाएं
- पैट कमिंस: “मैक्सी एक लीजेंड हैं। उनके बिना ड्रेसिंग रूम अधूरा लगेगा।”
- एडम गिलक्रिस्ट: “वनडे क्रिकेट ने एक रॉकस्टार को अलविदा कहा है।”
- विराट कोहली: “तुम्हारे जैसे खिलाड़ी विरले ही होते हैं। शुभकामनाएं दोस्त।”
निष्कर्ष
ग्लेन मैक्सवेल का वनडे करियर कई मायनों में खास रहा है। उनकी हर पारी में जुनून, जज्बा और क्रिकेट के लिए प्यार झलकता था। उनका संन्यास एक युग का अंत है, लेकिन उनकी कहानियाँ और रिकॉर्ड हमेशा याद रखे जाएंगे।
हम आशा करते हैं कि वे टी20 और फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट में ऐसे ही चमकते रहें और युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बने रहें।