बजाज फाइनेंस शेयर 90% क्यों गिर गए? स्टॉक स्प्लिट और बोनस ने दिया भ्रम!
आज यानी 16 जून 2025 को, कई निवेशकों के डिमैट खाते में बजाज फाइनेंस के शेयर ~₹9,300 से करंट प्राइस ~₹950 पर दिखाई देने लगे—लगभग 90% की गिरावट! लेकिन घबराने की कोई बात नहीं—यह दरअसल स्टॉक स्प्लिट और 4:1 बोनस इश्यू की ताज़ा प्रक्रिया का असर है, न कि किसी कंपनी-विषयक समस्या का
1. स्टॉक स्प्लिट क्या है?
बजाज फाइनेंस ने 1:2 अनुपात में स्टॉक स्प्लिट किया—जिससे एक ₹2 अंकित मूल्य वाला शेयर दो ₹1 वाले शेयरों में बदल गया। इसका मतलब: शेयरों की संख्या दोगुनी हुई, लेकिन कुल पूंजी वैसी की वैसी ही है
2. बोनस इश्यू (4:1)
इसके बाद कंपनी ने 4:1 अनुपात में बोनस शेयर दिए—हर एक शेयर पर चार नए मुफ्त शेयर। उदाहरण: अगर किसी के पास पहले 10 शेयर थे, तो बोनस के बाद 50 हो गए, और स्प्लिट के बाद ये 100 हो गए—एक शुरुआती शेयर अब 10 हो गया
3. कीमत क्यों दिखी 90% कम?
अकाउंट में दिखने वाली कीमत तकनीकी समायोजन (price-adjustment) के कारण है। पूर्व ₹9,334.15 का क्लोजिंग प्राइस आज ₹956.00 पर खुला—लगभग 90% कम दिखा, लेकिन कुल पूंजी में बदलाव नहीं हुआ
4. निवेशकों के लिए इसका मतलब?
- आपके शेयर दस गुना हो गए हैं (उदाहरण: 10 → 100)।
- बाजार पूंजीकरण वही है—न तो कंपनी की संपत्ति बढी, न कुछ कट गया।
- छोटे निवेशकों के लिए यह अच्छा मौका है—शेयर अब अधिक सुलभ, और लिक्विड बनने की संभावना
5. F&O और ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म तैयारियों में क्यों?
इस कॉर्पोरेट एक्शन के एक्स-डेट (16 जून) के साथ, NSE ने फ्यूचर्स और ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट्स को समायोजित किया—नए स्ट्राइक प्राइस और लॉट साइज के अनुसार
6. मुख्य सीख
स्टॉक स्प्लिट और बोनस इश्यू तकनीकी परिवर्तन हैं—वे शेयरों की संख्या और कीमत में इन्फ्लुएंस डालते हैं, पर निवेश की वास्तविक वैल्यू में कोई फर्क नहीं डालते। इसलिए 90% गिरावट देखकर घबराना बंद करें—पूंजी वही है, और यह छोटे निवेशकों के लिए अच्छा मौका बन सकता है।