21 जून 2025 को 11वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भारत सहित दुनियाभर में बड़े ही उत्साह और गर्व के साथ मनाया गया। इस वर्ष का विषय था “Yoga for One Earth, One Health” जो स्वास्थ्य और पृथ्वी के संरक्षण पर केंद्रित रहा।
🔶 पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में ऐतिहासिक आयोजन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष का मुख्य योग कार्यक्रम आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित किया, जहां समुद्र तट के किनारे लगभग 3 लाख लोगों ने एकसाथ योग किया। यह दृश्य न केवल भारतीय संस्कृति की शक्ति का प्रतीक था, बल्कि विश्व को शांति, संतुलन और समरसता का संदेश भी देता नजर आया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “योग आज एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है, जो न केवल शरीर को स्वस्थ करता है, बल्कि मन और आत्मा को भी संतुलित करता है।”
🧘♂️ योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश का योगदान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में 1500 से अधिक लोगों के साथ योग किया। लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी जैसे शहरों में भी हजारों की संख्या में लोग जुटे और योग सत्रों में भाग लिया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “योग भारत की आत्मा है। इसे जन-जन तक पहुँचाने की हमारी जिम्मेदारी है।” राज्य सरकार द्वारा योग पार्क, योग शिक्षक नियुक्ति और स्कूल स्तर पर योग प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।
🌍 अनुपम खेर ने न्यूयॉर्क में योग का किया नेतृत्व
बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने अमेरिका के न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में आयोजित विशाल योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने सैकड़ों लोगों को योगाभ्यास कराया और भारतीय संस्कृति को ग्लोबल मंच पर प्रस्तुत किया।
अनुपम खेर ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए कहा, “योग ने मुझे मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाया है। यह जीवन जीने की एक कला है।”
🇮🇳 भारत के अन्य हिस्सों में भव्य आयोजन
- राजस्थान: जयपुर के आमेर किले के पास हजारों छात्रों ने योग किया।
- गुजरात: साबरमती तट पर विशेष योग सत्र में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भाग लिया।
- महाराष्ट्र: गेटवे ऑफ इंडिया और जुहू बीच पर सैकड़ों योग साधकों ने अभ्यास किया।
- बिहार: नालंदा विश्वविद्यालय और पटना के गांधी मैदान में आयोजन हुआ।
🌐 अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग का प्रभाव
इस बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 150 से अधिक देशों में योग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। भारत के दूतावासों ने स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर योग कार्यक्रम किए। जापान, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, इंग्लैंड, कनाडा, अमेरिका जैसे देशों में भारतीय समुदाय ने योग की भव्यता दिखाई।
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भी योग प्रदर्शन किया गया और वहां के प्रतिनिधियों ने इसे “मानवता के लिए भारत का सबसे सुंदर उपहार” बताया।
📸 खास झलकियाँ | देखें अद्भुत फोटो
- विशाखापत्तनम के तट पर एकसाथ योग करते हजारों लोग
- गोरखनाथ मंदिर परिसर में योगी आदित्यनाथ के साथ योग करते श्रद्धालु
- टाइम्स स्क्वायर पर अनुपम खेर के नेतृत्व में योग करते लोग
- INS विक्रांत पर नौसेना के जवान योग करते हुए
🧠 योग के लाभ और वैज्ञानिक दृष्टिकोण
योग न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि मानसिक संतुलन बनाए रखने में भी सहायक होता है। वैज्ञानिकों के अनुसार नियमित योग:
- तनाव को कम करता है
- प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है
- मस्तिष्क में एकाग्रता और स्पष्टता लाता है
- नींद में सुधार करता है
AIIMS, दिल्ली और ICMR द्वारा किए गए शोध बताते हैं कि योग हाई ब्लड प्रेशर, मधुमेह, और अवसाद जैसी बीमारियों में राहत देने में कारगर है।
📜 प्रधानमंत्री का संदेश और भविष्य की योजना
प्रधानमंत्री मोदी ने योग दिवस के अंत में अपने भाषण में कहा कि “योग मानवता की एकता का सेतु है”। उन्होंने भविष्य में स्कूलों, ऑफिसों और ग्राम पंचायत स्तर पर योग की अनिवार्यता बढ़ाने की बात कही।
सरकार द्वारा राष्ट्रीय योग डिजिटल पोर्टल लॉन्च किया गया है जहाँ लोग ऑनलाइन योग प्रशिक्षकों से जुड़ सकते हैं।
📣 निष्कर्ष
International Yoga Day 2025 ने यह सिद्ध कर दिया कि योग सिर्फ भारत का नहीं बल्कि विश्व का अमूल्य धरोहर है। प्रधानमंत्री से लेकर अभिनेता, मुख्यमंत्री से लेकर छात्र, हर वर्ग ने इसमें भाग लिया और भारत की सांस्कृतिक शक्ति को प्रदर्शित किया।
यह योग दिवस आने वाले वर्षों में और अधिक व्यापक और प्रभावशाली बनता जाएगा। योग अब सिर्फ एक अभ्यास नहीं, बल्कि जीवन जीने की शैली बन चुकी है।