1. ऐतिहासिक करार की शुरुआत
भारतीय दवा कंपनी Glenmark की अमेरिका स्थित नवाचार इकाई Ichnos Glenmark Innovation (IGI) ने अमेरिकी फार्मा दिग्गज AbbVie के साथ एक वैश्विक लाइसेंसिंग करार किया है। इस करार के तहत Glenmark को $700 मिलियन की अग्रिम राशि और $1.225 बिलियन तक के माइलस्टोन पेमेंट्स मिलेंगे।
2. क्या है ISB‑2001 दवा?
ISB‑2001 एक ट्राइसपेसिफिक टी-सेल एंगेजर एंटीबॉडी है, जो मल्टीपल मायलोमा नामक ब्लड कैंसर के इलाज के लिए डिजाइन की गई है। इसे Glenmark की BEAT® तकनीक पर विकसित किया गया है। फेज-1 ट्रायल्स में प्रभावशाली परिणाम दिखाए गए हैं।
3. Glenmark को क्या मिलेगा?
- $700 मिलियन upfront payment
- $1.225 बिलियन तक के milestone payments
- Emerging markets (भारत, एशिया, मिडल ईस्ट आदि) में commercialization का अधिकार
- डबल-डिजिट रॉयल्टी
4. AbbVie को क्या मिला?
AbbVie को North America, Europe, Japan, China जैसे बड़े बाजारों में ISB‑2001 के development, production और commercialization के पूर्ण अधिकार मिल गए हैं।
5. शेयर बाजार की प्रतिक्रिया
इस समझौते के बाद Glenmark के शेयरों में 10–20% की भारी तेजी देखी गई। शेयर ₹2,286 तक पहुँच गए। Mutual funds ने भारी निवेश किया, जिससे यह शेयर upper circuit पर बंद हुआ।
6. एनालिस्ट्स की राय
- Motilal Oswal: ₹2,430 टारगेट प्राइस
- कुछ ब्रोकरेज: ₹2,800 तक का प्राइस टारगेट
- Buy on dips की सलाह
7. क्लिनिकल ट्रायल की स्थिति
ISB‑2001 को July 2023 में FDA से orphan drug designation और May 2025 में fast track status मिला है। फेज-1 में 83% तक रिस्पॉन्स रेट मिला है। अब यह फेज-2 और 3 की ओर बढ़ेगा।
8. भारत के लिए गर्व का क्षण
यह पहली बार है जब किसी भारतीय इनोवेशन को इतनी बड़ी रकम पर अमेरिकी कंपनी ने लाइसेंस किया है। इससे भारतीय R&D पर ग्लोबल भरोसा बढ़ेगा और भविष्य में और अधिक डील्स की संभावना खुलेगी।
9. निवेशकों के लिए क्या मायने?
इस डील से Glenmark का कैशफ्लो सुधरेगा, R&D में नई संभावनाएं खुलेंगी और बाजार में कंपनी की वैल्यू बढ़ेगी। यह Glenmark को long-term wealth creation की ओर ले जा सकता है।
10. संभावित जोखिम
- Clinical trials में failure की संभावना
- Regulatory delays
- AbbVie पर dependency
- ISB‑2001 की मार्केट में प्रतिस्पर्धा
11. निष्कर्ष
Glenmark–AbbVie का यह डील भारतीय फार्मा इंडस्ट्री के लिए एक टर्निंग पॉइंट है। ISB‑2001 के माध्यम से भारत की इनोवेशन क्षमता को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिली है। यह Glenmark और भारत दोनों के लिए ऐतिहासिक क्षण है।
12. आपके विचार?
क्या Glenmark का यह कदम भारतीय फार्मा इंडस्ट्री की तस्वीर बदल देगा? नीचे कमेंट करके हमें बताएं।